संविधान दिवस पर शायरी | संविधान दिवस पर कविता Samvidhan Diwas Shayari Constitution Day Poetry
संविधान दिवस पर कविता | Poem On Constitution Day In Hindi
२६ नवम्बर आज, संविधान दिवस भारत का हम मनायें।
युग संधि- ऐतिहासिक परिवर्तन, शिलान्यास दिवस मनायें।
मुगलिया सल्तनत और फिरंगियों से ठप्पा फिर लगवाया।
कहते आजाद देश का सार्वभौम संविधान आज बनाया।।
सोने की चिड़िया भारत लुट लुटा कर तब मृतप्राय थी।
धनाढ्यों की छत्रछाया तले चलनी प्रथम सरकार थी।।
"राजनीतिक स्वतंत्रता" का स्वर्णिम, परम आह्लादपूर्णकारी दिवस।
७१ साल पूर्व संविधान बना, 26 जनवरी 1950 गणगतंत्र दिवस।।
प्रथम राष्ट्रपति का ''समापन भाषण'' का एक पैरा अहम है।
खेदजनक, विधायकों की योग्यता निर्धारण बावत खोट है।।
अयोग्य विधाता ऊच्चाधिकारियों से क्यूं कर पालन करवाए।
चयनित प्रतिनिधियों के नीचे रह पदाधिकारी काम चलाए।।
संविधान निर्माताओं को। विषिष्ठ बौद्धिक तैयारी चाहिये।
संतुलित तिक्ष्ण दृष्टि की क्षमता, बुनियादी ईमान चाहिये।।
नैतिक योग्यताओं को मापदंड तय कर पाना सहज नहीं है।
संविधान दोषयुक्त हो तो कोई भी पैमाना असफल होता है।।
वैदिक ऋचा, आयत, पैरेबल से संविधान को न कुछ लेना देना।
पटना लखनऊ दिल्ली जा अपना और अपनो का हित करना।।
डॉ. कवि कुमार निर्मल
पश्चिम चंपारण, बिहार
संविधान दिवस पर शायरी | भारतीय संविधान पर कविताएं
संविधान दिवस
सबसे बढ़कर जिसका सम्मान है,
भारत का प्यारा संविधान है।
सबसे बढ़कर जिसका सम्मान है,
भारत का प्यारा संविधान है।
है एहसां तेरे हीं उपकारों का,
बाबा साहेब के चमत्कारों का।
है एहसां तेरे हीं उपकारों का,
बाबा साहेब के चमत्कारों का।
भारत का सच्चा तारणहार है,
होता बस इससे हीं उद्धार है।
भारत का सच्चा तारणहार है,
होता बस इससे हीं उद्धार है।
सबसे बढ़कर जिसका सम्मान है,
भारत का प्यारा संविधान है-2
ज्ञान का सच्चा ये उदाहरण है,
इसमें हर मुश्किल का निवारण है।
ज्ञान का सच्चा ये उदाहरण है,
इसमें हर मुश्किल का निवारण है।
भूत-भविष्य -वर्तमान है,
सबसे बड़ा देखो प्रमाण है।
भूत-भविष्य-वर्तमान है,
सबसे बड़ा देखो प्रमाण है।
सबसे बढ़कर जिसका सम्मान है,
भारत का प्यारा संविधान है-2
साथ हमेशा यह निभाता है,
आगे की राह यह बताता है।
साथ हमेशा यह निभाता है,
आगे की राह यह बताता है।
बसती इसमें भारत की प्राण है,
विधियों का अद्भुत ये विधान है।
बसती इसमें भारत की प्राण है,
विधियों का अद्भुत ये विधान है।
सबसे बढ़कर जिसका सम्मान है,
भारत का प्यारा संविधान है।
सबसे बढ़कर जिसका सम्मान है,
भारत का प्यारा संविधान है।
प्रीतम कुमार झा,महुआ, वैशाली, बिहार।
9525564374
संविधान दिवस पर शायरी | भारतीय संविधान सुविचार | संविधान दिवस पर कविताएं
संविधान दिन : संविधान दिवस
आज दिन है भारतीय संविधान का।
हक मिला वो भारतीय इन्सान का।।
कभी जमाना था भेदभाव भरा।
भीम जी के जैसें पहचान का।।
संविधान सभा के अध्यक्ष राष्ट्रपति।
संविधान आभूषण सम्मान का।।
उन्नीस सौ पचास में किया अमल।
इसका मूल्य अनमोल हर पान का।।
अंबेडकर इनके सनमान का दिन।
आज का दिन मान लो संविधान का।।
नागरिक हक कर्तव्य का मसौदा।
कानुन कायदा देश सम्मान का।।
छब्बीस जनवरी उन्नीस सौ पचास।
अमल में आया दिन संविधान का।।
दुनिया में सब से बडा संविधान।
यह सवाल हमारे अभिमान का।।
'शहज़ाद 'संविधान रक्षा सभी की।
काम न हो अब गलत नादान का।।
मजीदबेग मुगल 'शहज़ाद'
हिगनघाट जि वर्धा महाराष्ट्र
8329309229
संविधान दिवस : हिंदी उर्दू साहित्य संसार
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