मेरी साइकिल कविता | साइकिल के महत्व पर शायरी | साइकिल पर स्लोगन
विश्व साइकिल दिवस कब मनाया जाता है?
विश्व साइकिल दिवस की शुभकामनाएं
Friday, 3 June World Bicycle Day 2022
कविता
मेरी प्यारी साइकिल
छोटे से बड़े तक की शान,
थोड़ा भी नहीं था अभिमान।
दो पहिये की वो साइकिल,
सबका रखती मान सम्मान।।
वो दिन भी मनभावन दिन थे,
साइकिल चलाते हम दिन-भर।
न कोई खर्चा न प्रदूषण,
इधर-उधर लगाते हम चक्कर।।
साइकिल सच्ची दोस्त हमारी,
नखरे कभी नहीं वो करती।
कदम-कदम पर साथ निभाती,
हर समय पर तैयार रहती।।
जिस घर आती नई साइकिल,
वो फूला नहीं समाता था।
बुआ बहन मिल करे आरता,
गुड़ का कट्टा ही बँटवाता था।।
यातायात की बन सिरमोर,
परचम अपना लहराया है।
शायद कोई ही बच पाया,
जिसने इसे नहीं चलाया है।।
मोटरसाइकिल,स्कूटर आगे,
सब भूल गये कुछ दिन इसको।
बढ़ा जब बिमारी का खतरा,
साइकिल पर देखा हर किसी को।।
मजदूरों की हवाईजहाज,
व्यायाम कसरत का खजाना।
राजस्थानी इस साइकिल को,
सबकों फिर पड़ेगा चलाना।।
रामबाबू शर्मा,राजस्थानी,दौसा(राज.)
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