जग को रोशन करती हूँ, मोमबत्ती पर कविता | Best मोमबत्ती शायरी
Best मोमबत्ती Quotes | मोमबत्ती Status, Shayari, Poetry
मोमबत्ती
जग को रोशन करती हूँ
खुद पिघल कर भी
जल्दी हूँ मैं शमा की तरह
खुद का पिघलना भूलकर
सबको रौशन करती हूँ
औरों को खुश करती हूँ।
खुशियां रोज लुटाती हूँ
खुद आंसू पीकर भी,
बाहर हंसती रहती हूँ
चाहे अंदर घुटने जारी हो,।
फिर भी खुश हूँ बहुत में
औरों पर जान लुटाती हूँ
प्यार मुझे मिले ना मिले
दिल खोलकर प्यार लुटाती हूँ।
शमा सी जलती हूँ
खुद पिघल कर भी
औरों को रोशन करती हूँ।
धन्यवाद
और भी कविताएं पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लाल रंग की लिंक पर क्लिक करें।खुद पिघल कर भी
जल्दी हूँ मैं शमा की तरह
खुद का पिघलना भूलकर
सबको रौशन करती हूँ
औरों को खुश करती हूँ।
खुशियां रोज लुटाती हूँ
खुद आंसू पीकर भी,
बाहर हंसती रहती हूँ
चाहे अंदर घुटने जारी हो,।
फिर भी खुश हूँ बहुत में
औरों पर जान लुटाती हूँ
प्यार मुझे मिले ना मिले
दिल खोलकर प्यार लुटाती हूँ।
शमा सी जलती हूँ
खुद पिघल कर भी
औरों को रोशन करती हूँ।
धन्यवाद
नये साल पर कविता | Kavita On December Month new year poem in hindi
नये साल का अभिनंदन नववर्ष की शुभकामनाएं Happy New Year Shayari
नई उम्मीदें नए सवाल New Hopes New Questions Naya Sal Kavita New Year
0 टिप्पणियाँ