नए साल की शायरी 2024
नया साल मुबारक शायरी
Naya Sal Mubarak Shayari in Hindi
Naye Saal Ki Shayari
नया साल पर शायरी
नए साल पर मुबारकबाद शायरी
ये इज़्ज़त मुबारक, ये शौहरत मुबारक।
तुम्हें साले नो की मसर्रत मुबारक।
तुम्हें साले नो की मसर्रत मुबारक।
नए साल में वतन पर शायरी
परेशाँ वतन में न कोई बशर हो।अ़ता सब को या रब वो इल्मो हुनर हो।
नए साल की सब को फ़रह़त मुबारक।
ये इज़्ज़त मुबारक, ये शौहरत मुबारक।
ये इज़्ज़त मुबारक, ये शौहरत मुबारक।
यहाँ एकता है यहाँ भाईचारा।
मुह़ब्बत की जन्नत वतन है हमारा।
हो ऐहले वतन को ये जन्नत मुबारक।
ये इज़्ज़त मुबारक, ये शौहरत मुबारक।
न घट पाए निकहत कभी इस चमनकी।
बढ़ानी है अज़मत सदा इस वतन की।
ये हिम्मत,ये चाहत, ये हसरत मुबारक।
ये इज़्ज़त मुबारक, ये शौहरत मुबारक।
तिरंगा वतन का रहे अपने ऊँचा।
शहीदों ने ख़ूँ से इसे अपने सींचा।
ये जज़्बा ए शौक ए शहादत मुबारक।
ये इज़्ज़त मुबारक, ये शौहरत मुबारक।
मिटा दें दिलों से अगर बदगुमानी।
वतन में हमेशा रहे शाद मानी।
दिलों पर मुहब्बत की नुस़रत मुबारक।
ये इज़्ज़त मुबारक, ये शौहरत मुबारक।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़
पीपलसाना, मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश
अलहिन्द
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