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जीवन मेरे तू हंस ले बोल ले : कविता | Jivan Mere Tu Hans Le Bol Le Hindi Kavita

जीवन मेरे तू हंस ले बोल ले : कविता | Jivan Mere Tu Hans Le Bol Le Hindi Kavita

विषय : हास्य
दिनांक : 2 जून, 2023
दिवा : शुक्रवार

जीवन मेरे तू हंस ले बोल ले,
इस जीवन में ही क्या रखा है ?
आए यहां पे क्या चीज चखने,
आकर यहां क्या चीज चखा है ?
दया उपकार संकल्प ले आया,
निष्ठा शिष्टता का लेकर सहारा।
आदर स्नेह की तू वर्षा कर दे,
पूरा जगत नजर आएगा प्यारा।।
आए धरा पर तुम हंसने हंसाने,
तेरे जीवन पे ही कोई हंस गया।
आए तो तुम फंसे को निकालने,
उल्टे आकर तुम भी फंस गया।।
जन जन को तुम हंसाना सीखो,
सब खुल हंसेंगे तू अंदर हंसेगा।
मिलेगा आशीष विश्व से तुमको,
भविष्य में तुम कभी न फंसेगा।।
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना
अरुण दिव्यांश
डुमरी अड्डा
छपरा ( सारण )
बिहार।

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