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माँ से ही जीवन माँ से ही सारी खुशियां : माँ के सम्मान में कविता

Maa Ke Samman Mein Kavita : Maa Se Jivan Maa Se Khushiyan


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माँ पर कविता हिंदी में | Poem on Mother in Hindi

माँ
माँ से ही जीवन,
माँ से ही सारी खुशियां,
बिन माँगे मेरी जो मुराद पूरी कर दे,
कोई और नहीं,
मेरी माँ है।

माँ का किन शब्दों में करूं मैं गुणगान,
जिस ने दिया मुझे अच्छा संस्कार,
जिसके आशीर्वाद से आज मैं जो कुछ भी हूं,
कोई और नहीं,
मेरी माँ है।

माँ का प्यार अमृत की वर्षा,
माँ की डांट में भी शहद टपकता,
मेरे चेहरे पर ना आए कोई शिकन, 
मेरे होठों पर जो मुस्कुराहट बिखेरे दे,
कोई और नहीं, मेरी माँ है।

दिली इच्छा है मेरी माँ!
हर जन्म में माँ! मैं तुझको ही पाना चाहूं,
मेरे उत्तम स्वास्थ्य की प्रार्थना जो दिन –रात करें,
कोई और नहीं,
मेरी माँ है।

(मौलिक रचना)
चेतना चितेरी, प्रयागराज

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