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वैदिक काल से चलता आया वनस्पतिक जैविक शोधों से आयुर्वेद विज्ञान

वनस्पतिक जैविक शोधों से आयुर्वेद विज्ञान चिकित्सा पद्धति पर कविता

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आयुर्वेद विज्ञान चिकित्सा पद्धति के महत्व पर कविता

वैदिक काल से चलता आया,
यह है सुंदर आयुर्वेद विज्ञान।
वनस्पतिक जैविक शोधों से,
आयुर्वेद हुआ इलाज महान।।
वेदपूर्ण है यह आयु सुरक्षित,
आयुर्वेदिक इलाज कहलाता है।
रोगरहित सुंदर स्वास्थ्य देता,
सुंदर तन मन को बहलाता है।।
वैद्य जीवन परोपकारी जीवन,
जीवन बीतता है उपकार में।
उपकार कर बहु आशीष लेता,
जीवन बीते स्नेहिल प्यार में।।
पत्ते जड़ें तना खोजकर लाते,
सूखा पका होते कुटाई पिसाई।
बिच्छू छिपकिली मछली की,
तेल हड्डी से बनाते वे दवाई।।
स्वयं को हैं पहले स्वस्थ बनाते,
फिर लोगों को वे बनाते स्वस्थ।
अपना भी होता संयमित जीवन,
त्यागता देह रोग होकर पस्त।।
आयुर्वेद का यह शाही इलाज,
शहंशाह जीवन यह बनाता है।
रोगों से करता तन मन मुक्त,
वृद्धावस्था भी दूर भगाता है।।
जीवन को जो खुशहाली देता,
उसका भी जीवन हो खुशहाल।
दूसरे का जीवन सुखी रखनेवाले,
स्वयं का जीवन रखते बदहाल।
तन को कभी चैन नहीं मिलता,
आँखों से नींद होती कोसों दूर।
मिल जाता है मन को संतुष्टि,
खुशियाँ मिले जीवन में भरपूर।।
नमन है मेरा उनके जीवन को,
उनका जीवन होता है यथार्थ।
परहित में निज जीवन बीताते,
सेवा जिनकी होती है परमार्थ।।
अरुण दिव्यांश 9504503560
पूर्णतः मौलिक एवं
अप्रकाशित रचना

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