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दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी Two Day International Seminar

दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी Two Day International Seminar

संगोष्ठी समय -10-11 जून 2022
संगोष्ठी स्थान - नेपाल
संगोष्ठी विषय-
वैश्विक परिप्रेक्ष्य में राम और रामायण के स्वरूप

साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन, दिल्ली एवं अयोध्या शोध संस्थान, उत्तर प्रदेश के सहयोग से दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

संगोष्ठी उपविषय : Seminar Subtopics


●वैश्विक रामायण के स्वरूप
●भारत में राम और रामायण के स्वरूप
●विश्व में रामायण के स्वरूप
●विश्व मे राम का स्वरूप
●नेपाल में रामायण का स्वरूप
●नेपाल में राम कथाओं में राम का स्वरूप
●भारत में रामायण का सांस्कृतिक परिदृश्य।
●रामायण में वैश्विक जीवनमूल्य
● भारतीय समाज और राम का चरित्र
● रामकथाओं में रामराज्य की परिकल्पना
● वैश्विक साहित्य में रामकथा
● हिंदी साहित्य में रामकाव्य परंपरा
● संस्कृत साहित्य में राम और रामायण
● संतकाव्य में राम का स्वरूप
● रामायण में पत्रकारिता का स्वरूप
● आधुनिक रामायण का स्वरूप
●निराला और राम की शक्ति पूजा ● रामकाव्य परम्परा और साकेत ● उत्तर रामचरितम् में रामकथा ● भारतीय समाज और राम का चरित्र
● विश्व की विविध् भाषाओं में रामायण का स्वरूप
● भौगोलिक परिदृश्य और रामायण
● लोक साहित्य में रामकथाओं का स्वरूप
● वाल्मीकि रामायण में राम का स्वरूप
● अध्यात्म का रामायण परिदृश्य में मानवीय और वैज्ञानिक चिंतन ● रामायणकालीन भारतीय राजनीतिक व्यवस्था
● क्षेत्रीय/लोक गीतों में राम का स्वरूप
● रामायण भारतीय संस्कृति और इतिहास
● पंजाबी भारतीय भाषाओं में रामकथा
● आधुनिक हिंदी राम भक्ति काव्य
● विदेशों में रचित राम साहित्य का स्वरूप
● लोक भाषाओं में राम काव्य का स्वरूप
● रामायण एवं रामकाव्य में स्त्री विमर्श
● रामभक्ति साहित्य में दलित विमर्श
● राम भक्ति साहित्य में मानवीय मूल्य
● भारतीय समाज और राम का स्वरूप
● रामचरितमानस में राष्ट्र रक्षा संरचना
● रामचरितमानस में राम का स्वरूप
● रामचरितमानस में मैत्रीय संबंध् 
● राम कथाओं में जीवन-मूल्यों का समावेश
● रामचरित में युवा शक्ति जागरण
● भारत- नेपाल राजनैतिक सम्बंध
●भारत नेपाल के आर्थिक सम्बन्ध
● भारत -नेपाल पर्यटन सम्बंध परिदृश्य
●रामायणकालीन शिक्षा में भारत और नेपाल
●भारत -नेपाल का शैक्षिक वातावरण
● मर्यादा एवं आदर्श के परिप्रेक्ष्य में राम
● रामायण एवं आधुनिक साहित्य के नैतिक मूल्यों में अंतर
● वर्तमान परिदृश्य में राम और रामायण का स्वरूप

उक्त शीर्षकों के अतिरिक्त मुख्य विषय से जुड़े अन्य शीर्षकों पर भी शोध आलेख भेजे जा सकते हैं।

शोध आलेख आमंत्रित हैं-
● आप अपने मौलिक शोध् आलेख seminar janakpur@gmail.com पर
10 मई 2022 तक कृतिदेव, वॉकमैन चाणक्य 901-95 अथवा यूनिकोड में वर्ड फाइल में भेज सकते हैं।
विशेष- पीडीएफ एवं स्कैन फाइल स्वीकार नहीं किये जायेंगे।

● शोधआलेख ISBN नंबर अंकित पुस्तक में प्रकाशित होंगे। आलेख कम से कम 2500 शब्दों में सन्दर्भ सहित हो।

● स्वीकृत आलेखों को पुस्तकीय रुप में लोकार्पण किया जायेगा।

● 25 चयनित शोध-पत्रों (सारांश) को मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर दिया जाएगा एवं उन्हें विशेष ‘स्मृति चिन्ह' से सम्मानित किया जाएगा।

● सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह, प्रमाणपत्र एवं पुस्तक, बैग इत्यादि प्रदान किये जाएंगे। (केवल10 मई तक शामिल होने वाले प्रतिभागियों के लिए)

● शोध् पत्र के अन्त में अपना नाम, कॉलेज/विश्विद्यालय का नाम, पता, मोबाइल नं., ईमेल अवश्य लिखें। इसके अभाव में शोध पत्र को निरस्त किया जा सकता है।

पंजीकरण शुल्क
प्राध्यापक 2000 रुपये
शोधार्थी 1500 रुपये

बैंक विवरण
खाता संख्या-6729179894
Ifsc- IDIB000S216
Bank- Indian Bank
Branch-like Sonia vihar, Delhi
(Paytm - 9136175560)


सम्पर्क-

साहित्य साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन, दिल्ली

मनोज कुमार - 9871418244, 9136175560
सुमन रानी – 9050289680
संजय कुमार -8769406872, 8949226690

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