मुम्बई से सटे उपनगर वसई विरार में कवयित्री दिपांजली दूबे जी का हुआ सम्मान
राष्ट्रीय सा.सा.व सांस्कृतिक संस्था काव्यसृजन ने दुर्गामहाअष्टमी के पावन अवसर पर कानपुर उ.प्र.से मुम्बई प्रवास पर आई मातृशक्ति आदरणीया दिपांजली दूबे जी के सम्मान में एक स्नेह मिलन काव्यगोष्ठी का अयोजन आदरणीय हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जी की अध्यक्षता संगठन मंत्री माता प्रसाद शर्मा जी के संचालन में अंशित इंटरप्राइजेस शॉप नं.२१ रश्मिरिजेन्सी वन नालासोपारा ईस्ट पालघर महाराष्ट्र में सम्पन्न हुआ।
पं.शिवप्रकाश जौनपुरी जी ने सरस्वती वंदना कर आयोजन को गति प्रदान की। तत्पश्चात उपस्थित कवि कवयित्रियों जो रसवर्षा शुरू की तो वह अंत तक बरसती ही रही। कवि श्रीधर मिश्र, सौरभ दत्ता जयंत, माता प्रसाद शर्मा, हौंसिला प्रसाद अन्वेषी, दिपांजली दूबे, इंदू मिश्रा, सुमन तिवारी आदि ने गीत गजल से सभा में उपस्थित गणमान्य अतिथि आदरणीय शारदा प्रसाद तिवारी जी जो कि कई समाजिक संगठनो में अपनी सेवायें देने साथ साथ इंटर कालेज का प्रबंधन भी देखते है। गायत्री परिवार से ओमनाथ मिश्र व शम्भूनाथ पाण्डेय साथ में राकेश दक्ष जी को आह्लादित व आनंदित कर दिया।
आदरणीया दिपांजली दूबे जी का संस्था ने शाल श्रीफल कलम व पं.शिवप्रकाश जौनपुरी द्वारा रचित काव्यसृजन द्वारा प्रकाशित पुस्तक अवधी देशज बानी प्रदान कर सौ.नगीना जौनपुरी सौ.इंदू मिश्रा सौ.सुमन तिवारी व उपस्थित गणमान्यों ने की।
आदरणीय शारदाप्रसाद तिवारी जी के कर कमलों द्वारा पुस्तक अवधी देशज बानी का लोकार्पण भी किया गया। पुस्तक को लोकार्पित करते हुए तिवारी जी ने लोगों को पुस्तक खरीदने के लिए प्रेरित भी किया। साथ में आयोजन आयोजक दोनों की सराहना करते हुए साधुवाद दिया। इसी आयोजन में ने आदरणीय अन्वेषी जी को "चिर युवा"की उपाधि प्रदान की।
आदरणीय हौंसिला प्रसाद अन्वेषी जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में आयोजन और रचनाकारों पर संक्षिप्त प्रकाश डालते हुए अपनी रचना प्रस्तुत की। अंत में संस्था के उपाध्यक्ष पं.श्रीधर मिश्र जी ने आभार व्यक्त करते हुए सौ.जौनपुरी द्वारा बनाये गये साबूदाना के बड़े चटनी चाय व लौकी की बर्फी की मुक्त कंठ से प्रशंसा की सभी ने उनका अनुमोदन किया व रामनवमी की शुभकामना देते हुए आयोजन का समापन किया।
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