नालायक माता पिता की सेवा करें या नही Nalayak Mata Pita Ki Seva Karen Ya Nahin
एक मित्र ने, उनके मित्र के लिए पूछा नालायक पिता की सेवा करें या नही। मैंने उन्हें उत्तर दिया। यदि आप अपनी कोई जाति मानते हो, अपना कोई धर्म मानते हो, अपना कोई देश मानते हो, अपना कोई नाम मानते हो, इसी तरह बहुत सी सांसारिक चीजें जिसे अपना मानते हो। जो आप को जन्म और इस शरीर से मिला हो तो, यदि माता पिता नालायक भी हो तो, भी उन्हें मानना ही होगा।
यह आप की इच्छा पर निर्भर ही नही करता। इसलिए की आप को जो कुछ मिला है। इस शरीर के कारण ही मिला है। तब इस शरीर के जन्मदाता को मानना ही होगा। उनकी सेवा करना, आप का नैतिक कर्तव्य भी होगा। जिस कम्पनी के आप प्रोडक्ट है। उसका मान तो रखना ही होगा। हां आप भी चाहे तो नई कम्पनी खोल लें। अपना प्रोडक्ट बनाएं। पर आप की पहचान तो उसी कम्पनी से होगी जहां आप निर्मित हुए है।
यदि आप महान आत्मा है। स्वयं को शरीर नही मानते। तब बात कुछ अलग हो जायेगी। यदि आप शरीर को नही मानते, तब इस शरीर को जन्म देने वाले माता पिता को, महत्व देने की कोई ज़रूरत नही। यदि आप भक्त प्रह्लाद की ऊँचाई को छू गए है। तब क्या ..आप कुछ भी करें।
कुछ लोग तो माता पिता को इसलिए भी नालायक कहते है। चूंकि उन्होंने उनके लिए कोई बड़ी सम्पत्ति नही बनाई होती। अरे ! भाई उन्होंने नही बनाई, आप अपने बच्चों के लिए बना दो। आप अगले नालायक माता पिता क्यो बनना चाहते है ! मुझे लगता है, अपने पूर्वजों की कमियों पर अकर्मण्य आलसी लोग ही रोना रोते है।
यदि आप की कोई पिटाई करे अथवा अन्य कोई तकलीफ दे। इस दौरान आप मनुष्य द्वारा बनाए किसी व्यवस्था का लाभ लेते है। तब आप को अपने माता पिता की की देखरेख करनी चाहिए। चूंकि इसी व्यवस्था से आप को माता पिता भी मिले है। हां यदि आप पर कष्ट आने पर सिर्फ ईस्वर को ही याद करते है। तब आप इस संसार और यहां की व्यवस्था से मुक्त है। हिरण्यकश्यप रूपी पिता का विरोध का कर सकते हैं...
डॉ रमाकांत क्षितिज
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