तमन्ना पर शायरी और कविता Tamanna Shayari In Hindi
तमन्ना
विधा- ताटक छंद
देख तमन्ना अब है मेरी, सारा जगत हमारा हो
फूलों से चेहरे खिलें सब, सबका एक सहारा हो
वैर भाव सब मिटें जगत के, सब में भाई चारा हो
ऊँच नीच का भाव नहीं हो, आँखों का वो तारा हो
हिंसा से सब दूर रहें अब, सबके मन में पीड़ा है
मिलजुल कर रहना है सबको, किसने हमको छेड़ा है
ईश्वर की संतान सब हैं, हमने इसको माना है
प्रेम रहेगा सबके दिल में, मन में हमने ठाना है
लहू सभी के तन में बहता, किसने लहू बहाया है
रंग रूप का भेद किया है, किसने हमें सताया है
क्षण भंगुर है जीवन अपना, इसे हमें सजाना है
निर्बल निर्धन हो जो जग में, उसका दर्द मिटाना है
ज्ञान ध्यान की ज्योति जले अब, सबको हमें पढ़ाना है
मकसद क्या है इस जीवन का, सबको हमें बताना है
भूखा नंगा ना हो कोई, उपचार करें हम रोगी का
निर्मल हो अब मन ये अपना, भाव मिटें अब भोगी का
आयुध सारे मिटे जगत के, धरती हमें बचानी है
झुलस न जाए धरती सारी, बात अपनी सुनानी है
नदियाँ अपनी दूषित ना हो, झीलों में शुद्ध पानी हो
जंगल पर्वत बचे रहें सब, सुन्दर यही कहानी हो
श्याम मठपाल, उदयपुर
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