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अहसास हिंदी कविता Ehsaas Shayari Poetry In Hindi अहसास हिंदी शायरी

अहसास हिंदी कविता Ehsaas Shayari Poetry In Hindi अहसास हिंदी शायरी

अहसास
अहसास किसे होता है,
कब होता है,
होता भी है,
और नहीं भी होता है।

अहसास किसे होता है
सिर्फ आदमी को ?
या पशु पक्षी पेड़ -पोंधों,
इस धरती, गगन, सागर,
पवन-जल व अग्नि को भी।

अहसास नहीं भी होता,
पत्थर दिल वालों हों,
घमंडी व अहंकारी को,
अज्ञानी व स्वार्थी को।

अहसास किस का ?
सुख-दुःख, लाभ-हानि,
यश-अपयश,अपना-पराया,
हर्ष -शोक, सफलता -असफलता,
भय-निर्भय, वीरता -कायरता,
विश्वास पात्र -विश्वास घात,
मिलन -विछोह,भूख-प्यास
जन्म -मृत्यु,चमत्कार-ईश्वर,
सर्दी-गर्मी, आनंद - निराशा,
सूखा-बरसात, देश प्रेम -प्रभु भक्ति,
निर्धन-अमीर, स्वस्थ- रोग,
और बहुत कुछ।

अहसास के लिए चाहिए,
एक संवेदनशील दिल,
कृतज्ञ मन,
विवेकशील विचार,
परोपकार -दया भाव,
सबसे ऊपर,
सब जीव समान हैं,
सबको जीने का हक़ है,
सबका अपना जीवन,
अपना स्थान है।

फिर हिंसा व आक्रमण क्यों,
विनाश क्यों ?
क्या हासिल होगा इससे,
क्या मिलेगी चिर शांति,
अहसास जरुरी भी है।
श्याम मठपाल, उदयपुर

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