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दिल का अमीर ? लघुकथा Dil Ka Amir : Moral Stories In Hindi

दिल का अमीर ? लघुकथा Dil Ka Amir : Moral Stories In Hindi

पुरानी साड़ियों के बदले एक फेरी वाले रामू से बर्तनों के लिए मोल भाव करती एक सम्पन्न घर की अमीर मोहिनी ने अंततः दो साड़ियों के बदले एक टब पसंद कर ही लिया।

रामू- "नहीं दीदी ! इस टब के बदले में तीन साड़ियों से कम तो नहीं लूँगा" बर्तन वाले ने टब को वापस अपने हाथ में लेते हुए कहा

मोहिनी- अरे भाई ! एक एक बार की ही पहनी हुई तो हैं.. ! बिल्कुल नये जैसी. एक टब के बदले में तो ये दो ही ज्यादा हैं, मैं तो फिर भी दे रही हूँ, नहीं नहीं बहन जी तीन से कम में तो नहीं हो पायेगा" रामू फिर बोला

एक दूसरे को अपनी पसंद के सौदे पर मनाने की इस प्रक्रिया के दौरान गृह स्वामिनी को घर के खुले दरवाजे पर देखकर सहसा गली से गुजरती अर्द्ध विक्षिप्त साड़ी पहने एक गरीब महिला ने वहाँ आकर खाना माँगा...

आदतन हिकारत से उठी महिला की नजरें उस महिला के कपड़ों पर गयी.... अलग अलग कतरनों को गाँठ बाँध कर बनायी गयी उसकी साड़ी उसके युवा शरीर को ढँकने का असफल प्रयास कर रही थी....

एकबारगी उस महिला ने मुँह बिचकाया. पर सुबह सुबह का याचक है सोचकर अंदर से रात की बची रोटियाँ मँगवायी उसे रोटी देकर पलटते हुए उसने बर्तन वाले से कहा -

तो भाई ! क्या सोचा ? दो साड़ियों में दे रहे हो या मैं वापस रख लूँ ! "बर्तन वाले ने उसे इस बार चुपचाप टब पकड़ाया और दोनों पुरानी साड़ियाँ अपने गठ्ठर में बाँध कर बाहर निकला...

अपनी जीत पर मुस्कुराती हुई महिला दरवाजा बंद करने को लगी, तो सामने नजर गयी... गली के मुहाने पर बर्तन वाला अपना गठ्ठर खोलकर उसकी दी हुई दोनों साड़ियों में से एक साड़ी उस अर्ध विक्षिप्त गरीब महिला को तन ढँकने के लिए दे रहा था ! !!

हाथ में पकड़ा हुआ टब अब उसे चुभता हुआ सा महसूस हो रहा था....! बर्तन वाले के आगे अब वो खुद को हीन महसूस कर रही थी। कुछ हैसियत न होने के बावजूद बर्तन वाले ने उसे परास्त कर दिया था ! !! वह अब अच्छी तरह समझ चुकी थी कि बिना झिकझिक किये उसने मात्र दो ही साड़ियों में टब क्यों दे दिया था।

काश उस महिला को ही दे देती ?

कुछ देने के लिए आदमी की हैसियत नहीं, दिल नेक, उदार व बड़ा होना चाहिए....!! हमारे पास क्या है ? और कितना है ? यह कोई मायने नहीं रखता ! हमारी सोच व इंसानियत की नज़र ही सर्वोपरि होना आवश्यक है।
सादर सहृदय विनम्र
श्रीराम शर्मा

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