बहन के लिए शायरी Behan Ke Liye Shayari : मेरी बहन..मां का रूप हैं
मेरी बहन..मां का रूप हैं
जग में बहन का रिश्ता, बड़ा निर्मल होता है,
ये रिश्ता बड़ा मजबूत, दोस्ती से भी गहरा होता है।
खुशनसीब हूं मैं..मुझे दो बहनों का प्यार मिला,
हे ईश्वर..तू मेरे जैसी खुशियां, हर भाई को दिला।
यूं तो, दोनों मुझसे बड़ी हैं, पर हर बात पे लड़तीं हैं,
पर, पता है..वे मुझे जान से ज्यादा प्यार करतीं हैं!
बड़ी के विवाह के बाद..छोटी ने मुझे संभाला है,
सुख-दुख के हर मोड़ से, उसी ने मुझे निकाला है।
मैं भी अपनी बहन की, हर बात का मान रखता हूं,
अपनी मां के बाद..उसको ही, मां का दर्ज़ा देता हूं.!
बहन बहन के लिए शायरी
वो भी हर बात पे, मां जैसा व्यवहार करतीं हैं,
'ऐसा ना कर..वहां मत जा' हर बात पे टोकतीं हैं।
मैं भी उनकी किसी बात का, बुरा ना मनाता हूं..
उनकी हर बात को..सर आंखों पर सजाता हूं!
मुश्किल घड़ी में जब, कोई बात उलझ जाती है,
एक वही तो है, जो मेरी उलझन.. सुलझाती है!
कहीं जाने से पहले, मां से भी ज्यादा समझातीं हैं,
लौटने में देर हो जाए तो.. व्याकुल हो जातीं हैं!
जब कभी जीवन में मेरे, दुःख की घड़ी आती है..
भाई से ज्यादा, बच्चे की तरह, अपने गले लगातीं हैं!
Behan Ke Liye Shayari
सोचता हूं, क्या रख पाऊंगा, उनकी राखी का मान,
श्री कृष्ण की तरह..कर पाऊंगा उनका सम्मान?
वे तो भगवान हैं..उनके लिए यह आसान है..
परंतु..मैं तो इंसान हूं, मेरे लिए यह इम्तिहान है।
पर, दूज के टीके की गरिमा, कम ना होने दूंगा..
दुःख की परछाईं भी, उनके जीवन में पड़ने ना दूंगा!
बहन..मां-बाप का गुरूर है, उनकी पगड़ी की शान है,
इसे सलामत रखने को..मेरी जिंदगी भी कुर्बान है!
सदा साथ पाओगी अपने, चाहे हो छांव या हो धूप,
क्योंकि बहन के साथ..तुझ में है, अपनी मां का रूप!!
हरजीत सिंह मेहरा
लुधियाना पंजाब।
8528996698
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