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भोजपुरी पचरा देवी गीत | भोजपुरी भजन Bhojpuri Devi Geet | Bhojpuri Bhajan

भोजपुरी देवी गीत : झूले माई झूलना देवी गीत पचरा Bhojpuri Bhakti Geet

भोजपुरी देवी गीत - झूले माई झूलना
रेशम की डोरिया लगा दा पिया पलना।
मगन हो नयन खोली झूले माई झूलना।

आइल नवरात अब वरत कइल जाई।
कलसा सजाई खूब पूजा पाठ क इल जाई।
मह मह महकी गंध धूप मोर अंगना।
मगन हो नयन खोली झूले माई झूलना।

फूल अड़हुलवा के हरवा बनावा।
गईया के गोबरा से दूयरा लीपावा।
नव दिन नव दुर्गा नमन करा सजना।
मगन हो नयन खोली झूले माई झूलना।

नरीयर केरवा के भोगवा लगाईब।
पनवा सुपरिया माई मुहंवा सजाईब।
देवी दुर्गा के चरनिया मे हरदम है रहना।
मगन हो नयन खोली झूले माई झूलना।

गोदी में ललनवा मोर अंचरवा भरी दिहा।
दुखवा बीपत्तिया ना मोरे पंजरवा रहे दिहा।
दशहरा के मेला घुमा दा मोर सजना।
मगन हो नयन खोली झूले माई झूलना।
श्याम कुंवर भारती
बोकारो झारखण्ड
मोब 9955509286

माँ काली भजन लिरिक्स इन हिंदी | Kali Mata Ke Bhajan भोजपुरी देवी गीत

भोजपुरी देवी गीत – होत दरशनवाँ
मँह मँह मँहकत भवनवाँ।
कलिका जी के होत दरशनवाँ।

सोनवा से सजल माई के दरबार बा।
तोहरे खातिर छूटल घरवा दुआर बा।
बलका के बरिसे नयनवाँ।
कलिका जी के होत दरशनवाँ।

मँह मँह मँहकत लाल अड़हुलवा।
चम चम चमकत हाथ त्रिशूलवा।
जै जैकार गूँजत गगनवाँ।
कलिका जी के होत दरशनवाँ।

लह लह लहकेला माई के चुनरिया।
चह चह चहकेला मेंहदी अँजोरिया
भगता बा नाचत मगनवाँ।
कलिका जी के होत दरशनवाँ।

माई के चरन पर मथवा लगाईं।
गाइ गीत भारती जी मइया मनाईं।
नाचि लोग गावत भजनवाँ।
कलिका जी के होत दरशनवाँ।

श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि/लेखक /समाजसेवी
बोकारो झारखंड मोब 9955509286


भोजपुरी देवी पचरा गीत – काली के मंदिरिया

सबके त पुजल पिया हो काली के ना पुजला।
कबों ना तू गइला पिया हो काली के मंदिरिया।

बेली चढ़वला पिया चम्पा चढ़वला।
मेवा चढ़वला मिस्ठान चढ़वला।
कबों ना चढ़वला पिया हो अड़हुल फूल लड़िया।
कबों ना तू गइला पिया हो काली के मंदिरिया।

अक्षत चढ़वला चन्दन चढ़वला।
भोगवा लगवला धुनिया देखवला।
एको बार चढ़वला ना पिया हो ललका सेनुरीया।

सड़िया चढ़वला नरियलवा चढ़वला।
फलवा चढ़वला फुलवा चढ़वला।
काहे ना चढ़वला पिया हो माई के चुनरिया।

कबों ना तू गइला पिया हो काली के मंदिरिया।
आरती तू कईला हवना तू कइला।
माई के चरनिया सिरवा लगवला।
काहे ना गवला पिया हो भारती के भजनीया।
कबों ना तू गइला पिया हो काली के मंदिरिया।

श्याम कुँवर भारती (राजभर)
कवि /लेखक / गीतकार /समाजसेवी
बोकारो झारखंड ,मोब -9955509286


भोजपुरी देवी गीत – हरतू ये माई हरतू

हरतू ये माई हरतू जगवा के दुखवा हरतू।
करतू ये माई करतू गरुर दुखवा चूर करतू।
काली कराल विकराल तोहार रूपवा।
दानी दयालु विशाल तोहार दिलवा।
मारतू ये मै मारतू जगवा कोरोरनवा के मारतू।

हरतू ये माई हरतू जगवा के दुखवा हरतू।
हहरात लहरात आवा माई हाली।
झण्डा फहरात घहरात माई काली।
जरतू ये माई जरतू लोगवा के रोगवा जरतू।
हरतू ये माई हरतू जगवा के दुखवा हरतू।

लहर लहर लहराए माई तोर केसिया।
कारी कजरारी प्यारी तोर अँखियाँ।
भरतू ये माई भरतू खाली भारती के घरवा भरतू।
हरतू ये माई हरतू जगवा के दुखवा हरतू।

सोनवा के सिंहासन फूल अलहूड़वा के डासन।
कलकत्तावाली काली दखिनेश्वर हउवे वासन।
अइतू ये माई अइतू भगता के अंगनवा अइतू।
हरतू ये माई हरतू जगवा के दुखवा हरतू।

श्याम कुँवर भारती (राजभर )
गीतकार /कवि /लेखक /समाजसेवी
बोकारो झारखंड -मोब 9955509286

भोजपुरी देवी गीत- माई के मंदिरवा : काली घाट शोभे माई के मंदिरवा न हो

काली घाट शोभे माई के मंदिरवा न हो,
काली माई देली दरशनवा।
खोल बड़ बड़ नयनवा न हो,
काली माई देली दरशनवा।

चौसठ योगिनिया माई के चवर डोलावे।
भैरव बाबा दुअरा पर झण्डा लहरावे।
करब हम माई के पूजनवा न हो।
काली माई देली दरशनवा।

कालन के काल माई कालिका कहाली।
दुखवा के काटे माई हथवा भुजाली।
बहे झर झर नीर मोर नयनवा न हो।
काली माई देली दरशनवा।

आसरा लगाई अइली माई तोर दुअरिया।
खोला खोला माई आपन बजर केवड़िया।
देई देतु हमके आज वरदनवा न हो।
काली माई देली दरशनवा।

भगतन के भाव सब तु हु जानेलू।
सबकर दुखवा अपार माई टारेलु।
कर जोरी पुकारे तोर ललनवा न हो।
काली माई देली दरशनवा।
श्याम कुँवर भारती (राजभर)
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी 
बोकारो झारखंड मोब -995550928

भोजपूरी देवी पचरा गीत -हम नचनिया ये बालम

धुप दिप बतिया जगरतीया ये बालम।
माई के मनाइब सारी रतिया ये बालम।

गितवा भजनीया गाई मन मगनिया ये बालम।
देवी के मनाइब बनी हम नचनिया ये बालम।

जगवा के माई जगदम्बा ई कहाली।
देव् मानव से माई अम्बा मोर पुजाली।
चला पुजी जा माई के चरनिया ये बालम।
देवी के मनाइब बनी हम नचनिया ये बालम।

भरी दा माई मोर खाली बा अचरवा।
होई जाई उधार हमरो डाली दा नजरवा।
माफ़ करिहे माई हमरो सब नदानियाँ ये बालम।
देवी के मनाइब बनी हम नचनिया ये बालम।

अन धन भरल रहे खेले बलका मोर अंगनवा।
नाम अउरी जस दिहा रहे बांका जवान मोर सजनवा।
आवा मिली गावा झूमि माई के भजनीया ये बालम।
देवी के मनाइब बनी हम नचनिया ये बालम
श्याम कुंवर भारती राजभर
बोकारो झारखण्ड -9955509286


भोजपुरी देवी गीत – पहाड़ जस भइल

आसन आपन छोड़ी के माई आवा हमरे गाँव।
अँचरा ओढ़ाके आपन माई दे दा हमके छाँव।
प्रेम के लगावा नेहीया धुरिया दे दा अपने पाँव।
तोहरे प्रेम मे पागल माई खेली लेहली हम दांव।

बढ़ के दुखवा पहाड़ जस भइल।
लागल नेहीया के आस तोहसे,
बाकी किरीपा के साथ ना भइल।

बाडु सबसे दयालु माई काली तू कहालु।
देवतन के माई बड़ी शक्तिशाली तू बुझालू।
दुखवा से देहिया घेरा के गइल।
बढ़ के दुखवा पहाड़ जस भइल।

तू यदि चहबू माई त सब हो जाई।
दैहिक देविक भौतिक दुखवा टली जाई।
तोहरे चरण मे नेहिया लग गइल।
बढ़ के दुखवा पहाड़ जस भइल।

तू नाही हरबू माई त के हरी लेई।
खाली झोरिया मे सुखवा भरी देई।
सगरो अंहरिया के बदरी घिरी गइल।
बढ़ के दुखवा पहाड़ जस भइल।

श्याम कुँवर भारती (राजभर )
बोकारो,झारखंड -९९५५५०९२८६

भोजपुरी देवी पचरा गीत (कहरवा धुन) – रीझेली भवानी

लाल लाल अड़हुल फुलवा टहकत डार।
ओहि फुलवा रीझेली भवानी।
अड़हुलवा सजल काली दरबार।
ओहि फुलवा रीझेली भवानी।

हथवा कटार माई चमचम चमकेला।
गरवा बीच हार माई महमह महकेला।
सिरवा ओढ़ेली भवानी ललका ओहार।
ओहि फुलवा रीझेली भवानी।

फुलवा लवंगीया माई के आहार हो।
झुमत झामत आवा घरवा हमार हो। 
गिरले चरनिया भगता करा उपकार।
ओहि फुलवा रीझेली भवानी।

गिरि चरनिया रोई गावे भारती पचरवा हो।
किरीपा करा काली माई ओढ़ावा अचरवा हो।
जागा जागा देवी करा उजियार।
ओहि फुलवा रीझेली भवानी।
अड़हुलवा सजल काली दरबार।

श्याम कुँवर भारती (राजभर)
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी
बोकारो झारखंड मोब -995550928

भोजपुरी देवी गीत मईया दस भुजा वाली

तोहार वचन न जाए कभी खाली
मईया दस भुजा वाली।
मईया करेली शेर की सवारी।
मईया दस भुजा वाली।

हथवा त्रिशूल गरवा फुलवा के हार हो।
शंख चक्र गदा शोभे ओरी कटार हो।
आइल तोहरे शरण हम सवाली।
मईया दस भुजा वाली।

तू ना करबु किरिपा ओरी के करी।
तू ना हरबू दुखवा ओरी के हरी।
दया करा बलका पुकारी मईया काली खप्परवाली।
मईया दस भुजा वाली।

लाल लंबी जिभिया ओरी कारी कारी केसिया।
बड़ी सुघर अंखियां ओरी मथवा पे बिंदिया।
खड़ा दुखिया बा तोहरी दुआरी मईया कलकत्ता वाली।
मईया दस भुजा वाली।

निमिया के डरिया तोहे झुलवा झुलाइब। वीएन
चौंसठ योगिनीया संगे तोहके मनाईब।
तोहरे दर से न जाए केहू खाली।
मईया दस भुजा वाली।

श्याम कुंवर भारती
बोकारो झारखण्ड

भोजपुरी पचरा गीत :- कहवा से आवेली काली मइया

कहवा से आवेली काली मइया औरी कहवा से भवानी मइया हो।
कहवा से आवे हनुमान औरी कहवा से आवे बाबा विश्वनाथ हो।

दखिन से आवेली काली मईया, औरी बिंध्याचल से भवानी मईया हो।
चित्रकूट से आवे हनुमान औरी कासी से बाबा विश्वनाथ हो।

कईसे आवेली काली मईया औरी कईसे आवेली भवानी मईया हो।
कईसे आवेले वीर हनुमान औरी कईसे आवे बाबा विश्वनाथ हो।

सोनवा के रथवा चढ़ी काली मईया शेरवा चढ़ी भवानी मईया हो।
पवनवा संग उडी वीर हनुमान औरी बसहा चढ़ी बाबा विश्वनाथ हो।

केवने फुलवा रीझेली काली मईया औरी भवानी मईया हो।
कईसे रीझेले हनुमान औरी कईसे रीझे बाबा विश्वनाथ हो।

अड़हुलवा फुलवा रीझेली काली मइया बेली फुलवा भवानी मइया हो।
लाल सेनूरा रीझेले हनुमान औरी बेल पतवा रीझे बाबा विश्वनाथ हो  
केवन रूपवा शोभे काली मइया औरी कइसन भवानी मईया हो 
कइसन शोभेले बीर हनुमान औरी शोभे कईसे बाबा विश्वनाथ हो। 

काली काली, काली मईया लाली जीभिया औरी गोरी भवानी मईया हो।
गदाधारी वीर हनुमान औरी जटाधारी शोभे बाबा विशवनाथ हो।
कइसे कटिहे दुखवा काली मईया औरी कइसे भवानी मईया हो।
कइसे भगइहे संकटवा हनुमान औरी कईसे बाबा विश्वनाथ हो। 

कटरिया कटिहे दुखवा काली मईया औरी त्रिसुलवा भवानी मईया हो। 
गदवा से मारी बीर हनुमान औरी डमरूआ भगइहे बाबा विश्वनाथ हो। 
श्याम कुँवर भारती (राजभर )
कवि /लेखक /गीतकार /समाजसेवी 
बोकारो, झारखंड,मोब- 9955509286

दुर्गा मां नी आरती : ये दुर्गा मईया

भोजपुरी मुक्तक - ये दुर्गा मईया।
कर जोरी करी तो पुजनवा ये दुर्गा मईया।
सिरवा नवाई करी तोर नमनवा ये दुर्गा मईया।
दुर्ग दईतवा के मारी कईलू जग कल्याण हो ।
हियवा लगाई करी तोर वंदनवा ये दुर्गा मईया।
श्याम कुंवर भारती

मैथिली देवी गीत | मैथिली भगवती गीत | मैथिली भगवती गीत लिरिक्स

पयलौं बर सुख तोहरी चरनियां में।
मईया राखि लिय हमरो शरनियां में।।

पुजा करब मईया आरती उतारब।
सांझ सबेरे आंहांक झांकी निहारब।।

आहे फूलवा चढाएब चरनियां में।
मईया राखि लिय हमरो शरनियां में।।

जगदंब हमर अबलंब भवानी।
अंहि छी दुर्गा अंहि कल्याणी।।

मनमा लागल तोहरे पुजनियां में।
मईया राखि लिय हमरो शरनियां में।।

विनती हम नादान करै छी।
चरन शरन में किय नहिं लेईछी।।

मनमा बिसरल रुप मोहनियां में।।
मईया राखि लिय हमरो शरनियां में।।
उदय शंकर चौधरी नादान
कोलहंटा पटोरी दरभंगा
9934775009

सोने क थारी घीउवा के दियवा अक्षत चढ़ाई करी तोर पुजवा

भोजपुरी मुक्तक - करी तोर पुजवा
सोने क थारी घीउवा के दियवा अक्षत चढ़ाई करी तोर पुजवा।
सुघर रूप माई चम चम चमके निहारी सुनर हम तोर रूपवा।
अन्हार घरवा माई अंजोर कर दीहा किरीपा हमरो पुरजोर कर दिहा।
बेरी बेरी जाई माई चरन मे तोहारे अबोध बलकवा तोर माई पुतवा।
श्याम कुंवर भारती

नव दिन नव दुर्गा होई अब पूजनवा भोजपुरी दुर्गा भवानी भजन

भोजपूरी मुक्तक - सुना मोर सजनवा
नव दिन नव दुर्गा होई अब पूजनवा सुना मोर सजनवा।
सब कुछ भुलाई लगावा माई मे मनवा सुना मोर सजनवा।
खुश होई माई जनम तरी जाई घरवा खूब धन होई जाई।
माई बिना नाही केहू तोहरो जमनवा सुना मोर सजनवा।
श्याम कुंवर भारती
जय मां दुर्गा भवानी भजन

जय मां दुर्गा भवानी भजन भोजपुरी मुक्तक - हे मोर भवानी

हम बालक अज्ञानी हो जाला नादानी गलती माफ़ करा महारानी।
पूजा पाठ जप तप हम ना जानी दे दा बुद्धि हे मोर भवानी।
जगवा के माई करा हमरो कुछ उपाई जनमवा सफल होई जाई।
तू नाही करबू दुखवा ना टरबू त के करी बचावा भारती के कल्याणी।
श्याम कुंवर भारती

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