Neend Shayari | Sleep Day Quotes | World Sleep Day 2022
विश्व नींद दिवस
19 मार्च
विश्व नींद दिवस, यह पैगाम देता है,
नींद के बहाने, हमको आराम देता है।
चाहे इंसान को कितनी भी हो मजबूरी,
पांच घंटे की नींद, होती बहुत जरूरी।
जब आवश्यक नींद मिलती जीवन को,
तब मन वक्त पर, हमें काम देता है।
विश्व नींद दिवस…
जैसे जग में, प्यास न जाने धोबी घाट,
वैसे जीवन में, नींद न जानें टूटी खाट।
कच्ची नींद में अगर कोई जगा देता है,
वह मन से, चैन को भी भगा देता है।
नींद से, तन मन की थकान दूर होती,
फिर यह जीवन, नया अरमान देता है।
विश्व नींद दिवस…
दिन में काम है तो, रात में लें नींद,
रात में काम है तो, दिन में लें नींद।
काम से जब हमें, महसूस हो थकान,
नींद है उसका, सबसे सुंदर समाधान।
नींद के वगैर, मन चिरचीरा हो जाता,
नींद दिवस चेहरे को, मुस्कान देता है।
विश्व नींद दिवस…
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र) जयनगर (मधुबनी) बिहार
नींद के बहाने, हमको आराम देता है।
चाहे इंसान को कितनी भी हो मजबूरी,
पांच घंटे की नींद, होती बहुत जरूरी।
जब आवश्यक नींद मिलती जीवन को,
तब मन वक्त पर, हमें काम देता है।
विश्व नींद दिवस…
जैसे जग में, प्यास न जाने धोबी घाट,
वैसे जीवन में, नींद न जानें टूटी खाट।
कच्ची नींद में अगर कोई जगा देता है,
वह मन से, चैन को भी भगा देता है।
नींद से, तन मन की थकान दूर होती,
फिर यह जीवन, नया अरमान देता है।
विश्व नींद दिवस…
दिन में काम है तो, रात में लें नींद,
रात में काम है तो, दिन में लें नींद।
काम से जब हमें, महसूस हो थकान,
नींद है उसका, सबसे सुंदर समाधान।
नींद के वगैर, मन चिरचीरा हो जाता,
नींद दिवस चेहरे को, मुस्कान देता है।
विश्व नींद दिवस…
प्रमाणित किया जाता है कि यह रचना स्वरचित, मौलिक एवं अप्रकाशित है। इसका सर्वाधिकार कवि/कलमकार के पास सुरक्षित है।
सूबेदार कृष्णदेव प्रसाद सिंह,
नासिक (महाराष्ट्र) जयनगर (मधुबनी) बिहार
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