नये साल पर शिकवा शिकायत शायरी
नये साल की खूबसूरत शायरी
Happy New Year Shayari
नया साल मुबारक शायरी
छोड़िए शिकवा शिकायत दोस्तो।
ज़िन्दगी है खूबसूरत दोस्तो।
काम आयें हम किसी के दर्द में
है यही सच्ची इबादत दोस्तो।
जो है, जैसी है इसे अपनाइए
ज़ीस्त से कीजे मुहब्बत दोस्तो।
मिल के जो कोशिश करेंगे हम सभी
देश की बदलेगी हालत दोस्तो।
दीजिए उतनी तवज्जो ही उसे
जिसकी है जितनी ज़रूरत दोस्तो।
हार कर हिम्मत किसी भी बात से
है बुरी रोने की आदत दोस्तो।
हैं उसी करतार की संतान हम
किससे और कैसी अदावत दोस्तो।
तैश में आ कर कहाँ तक ठीक है
छोड़ ही देना शराफ़त दोस्तो।
बंद मुठ्ठी से फिसलती रेत सी
ज़िन्दगी की है हक़ीक़त दोस्तो।
हीरालाल यादव हीरा
काम आयें हम किसी के दर्द में
है यही सच्ची इबादत दोस्तो।
जो है, जैसी है इसे अपनाइए
ज़ीस्त से कीजे मुहब्बत दोस्तो।
मिल के जो कोशिश करेंगे हम सभी
देश की बदलेगी हालत दोस्तो।
दीजिए उतनी तवज्जो ही उसे
जिसकी है जितनी ज़रूरत दोस्तो।
हार कर हिम्मत किसी भी बात से
है बुरी रोने की आदत दोस्तो।
हैं उसी करतार की संतान हम
किससे और कैसी अदावत दोस्तो।
तैश में आ कर कहाँ तक ठीक है
छोड़ ही देना शराफ़त दोस्तो।
बंद मुठ्ठी से फिसलती रेत सी
ज़िन्दगी की है हक़ीक़त दोस्तो।
हीरालाल यादव हीरा
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