Christmas Shayari For Single Friends
Shayri for Jesus Christ
क्रिसमस शुभकामना शायरी
गजल
ये मसीहा तो इब्न-ए-मरयम है!
मेरी खातिर ये लाया मरहम है!
जख्मियो ! ये मदर टेरेसा है!
सब की खातिर ये लाई मरहम है!
शहर में ये अताब-ए-पैहम है!
हर तरफ एक हू का आलम है!
मेरे मन का चिराग मद्धम है!
मुझ को मेरे प्रेमी का गम है!
नज्म है या तराना-ए-गम है!
"राम" का गीत है, कि सरगम है!
घायलो! ये 'खदीजा मैडम' है!
सब की खातिर ये लाई मरहम है!
ये ग़ज़ल भी तराना-ए- गम है!
"मीर" का नगमा है,कि सरगम है!
दह्र में ये अजाब-ए-पैहम है!
हर तरफ एक हू का आलम है!
जख्मियो! काम लो तहम्मुल से!
वक्त सब से मुफीद मरहम है!
तुम को किस से वफा की है उम्मीद!
अब वफा का रि-वाज कम-कम है!
कौल-ए-किब्ला 'फिराक' है ये तो!
जिन्दगी इन्कलाब-ए-पैहम है!
ये मकाम-ए-इरम है ऐ हम-दम!
दो दिलों का यहाँ पे संगम है!
बाग के हुस्न में इजाफा हुआ!
बर्ग-ए-गुल पे हसीन शबनम है!
हजरत-ए-ईसा मसीह अलैहिस्सलाम
तु घर से निकला था ओढे कफन,"ईसा",रफीक-ए-मन !
ब-रोज-ए-हश्र, हम सब से मिलेगा तू,मसीह-ए-फन !!
जो तेरे साथ है मखसूस, मिल सकता नहीं हम को!
कहा से लायें वो तर्ज-ए-सुखन,"ईसा मसीह-ए-फन"?
सहीफा आसमानी उतरा है "इन्जील" की सूरत!
यही तो "बाइबल" है,कि है तुझ से आबरू-ए-फन !!
तु मुरदो को जिला देता है, तू ही तो मसीहा है!
जो तेरी जात से मन्सूब है, बे-मिस्ल है वो फन !!
इरम् से इब्न-ए-आदम का तआल्लुक तो पुराना है!
फजा-ए-शहर-ए-फिरदौस-व-इरम् बेहतर है, ऐ साजन !
इस नज्म/कविता के दीगर शेर-व-सुखन आइंदा फिर कभी पेश किए जायेंगे !
डॉक्टर इन्सान प्रेमनगरी
द्वारा डॉक्टर जावेद अशरफ़ कैस फैज अकबराबादी मंजिल,डॉक्टर रामदास राज चंडीगढ़ी चैमबर, डॉक्टर खदीजा नरसिंग होम, रांची हिल साईड, इमामबाड़ा रोड, रांची- 834001
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