नये साल में प्यार भरा नग़मा
Best Romantic Song For New Year Celebration
नये साल में ज़ुल्फ़ों और घटाएँ की मस्त शायरी
नया साल पर शायरी
अपनी ज़ुल्फ़ों में ह़सीं काली घटाएँ ले कर।
कौन आया है इधर मस्त फ़ज़ाएँ ले कर।
किसके आने से खिलीं आज चमन की कलियाँ।
मेहकी-मेहकी सी नज़र आती हैं सारी गलियाँ।
मुस्कुराते हुए होठों पे दुआएँ ले कर।
कौन आया है इधर मस्त फ़ज़ाएँ ले कर।
चाँद, सूरज हों, ह़सीं फूल कि शबनम तारे।
ह़ुस्ने गुलशन हो या रंगीन नज़ारे सारे।
मुस्कुराते हैं सभी जिसकी बलाएँ ले कर।
कौन आया है इधर मस्त फ़ज़ाएँ ले कर।
बदली-बदली सी नज़र आती है दुनिया सारी।
किसकी ख़ुशबू का नशा है मिरे दिल पर तारी।
सुर्ख़ होठों पे मुहब्बत की सदाएँ ले कर।
कौन आया है इधर मस्त फ़ज़ाएँ ले कर।
किसके जलवों से मुनव्वर हुई दिल की मेह़फ़िल।
सारी दुनिया की ख़ुशी हो गई मुझ को ह़ासिल।
हुस्ने रंगीं की फ़राज़ अपने शुआ़एँ ले कर।
कौन आया है इधर मस्त फ़ज़ाएँ ले कर।
अपनी ज़ुल्फ़ों में ह़सीं मस्त घटाएँ ले कर।
कौन आया है इधर मस्त फ़ज़ाएँ ले कर।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़
मुरादाबाद
उत्तर प्रदेश
शब्दार्थ
फ़ज़ाएँ/बहारें
शबनम/औस
नज़ारे/दृश्य
बलाएँ/मुसीबतें
तारी/छाया हुआ
सदाएँ/आवाज़ें
मुनव्वर/रौशन
शुआ़एँ/किरनें
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