आम फलों का राजा है जी : आम पर कविता Poem On Mango in Hindi
आम पर बाल कविता
कितना मोटा ताज़ा है जी।
आम फलों का राजा है जी।
छिलका इसका पीला-पीला।
गूदा इस का मीठा-मीठा।
इससे बनता माज़ा है जी।
आम फलों का राजा है जी।
कलमी,फ़जरी,चौसा,लंगड़ा।
हर कोई है मोटा तगड़ा।
हमने खा कर देखा है जी।
आम फलों का राजा है जी।
बच्चे क्या बूढ़े बल खाएं।
देख के इसको सब ललचाएं।
सब का यह ही कहना है जी।
आम फलों का राजा है जी।
सुन लो भैय्या सुन लो बहना।
उसकी क़िस्मत का क्या कहना।
जिसके घर यह उगता है जी।
आम फलों का राजा है जी।
कितना मोटा ताज़ा है जी।
आम फलों का राजा है जी।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ प्रा.वि.
आदोनगली,ब्लॉक भगतपुर
टांडा,जनपद-मुरादाबाद(उ.प्र.)
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