नाते पाक, नाते रसूल हिंदी में | Naat e Pak, Naate Rasool In Hindi
नाते पाक
खैरूल अनाम की आमद पर कुदरत मुतमईन है।
दुनियाँ देख दो आलम का राजा कितना हसीन है।
फर्श से अर्श तक रौशनाई रौशनाई ग़ज़ब।
मुहर पुश्ते नबी पर चमकदार पेशानी जबीन है।।
अरब खुशगवार खुर्रम आखेरुल जमा आये।
समा चिर परिन्दे शज़र बशर देखे नजर तरीन है।।
अब्दुल्लाह का घर कुरैश खानदान हुआ मकबुल।
रोज आमेना के घर देखने को जायरीन है।।
बोल बाला इस्लामी करने वाला आया बुतों।
एक खुदा का नारा बुलंद करते नबी आफ़रीन है।।
दाई हलीमा का दूध पीते मोहम्मद मुस्तूफा।
बकरियां चराने वाले कुदसी के मुतमक़ीन है।।
कुराने पाक नाजिल हुआ जिन पर शफ़ाफ़ किरदार।
मक्का मदिना दोन्हों चाहने वालें हाजरीन है।।
"शहज़ाद" देदे अपने गुलामी का कोई सबूत।
नामे - नबी पर हाथों को बोसा मुतमदीन है।।
मजीदबेग मुगल "शहजाद"
हिगनघाट, जि, वर्धा,.महाराष्ट्र
8329399229
मुतमईन-संतुष्ट
जबिन- ललाट
जायरीन-दर्शनकरने वाले
मकबुल-प्रसिद्ध
कुदसी-पवित्र
मुतमकिन-जगह नियुक्त
मुतमदीन- सुसभ्य
नात शरीफ हिंदी : इमान वालों अपनें इमान को बचाना है
इमान वालों अपनें इमान को बचाना है।
हम उम्मती है मोहम्मद के ये बताना है।।
हो फर्ज पुरा और साथ उसके सुन्नत हो।
भले इमान से आखिरत सजाना है।।
सुरत सुहानी लुभानी है इमान वालों की।
ये पर्दा चहरे सेअब कुफ्र का हटाना है।।
सुलतान कितने बनें फिरते है जमाने में।
उन्हें भी दिन का अब आईना दिखाना है।।
समझना हम को है पढ़कर कुरान की आयत।
मुसीबतों को गर अपनी तुम्हें घटाना है।।
ये चाँद सूरज भी जिसकी गवाही देते है।
नबी के दिन का जलवा हमें दिखाना है।।
मुजाहिद ऐसे बनों दिन के मुसलमानों।
रसूले पाक के इस्लाम को जगाना है।।
ये सदियों से तो चला आ रहा है 'शहज़ाद '
सच्चाई वालों को दुनिया तो ये सताना है।।
मजीदबेग मुगल 'शहज़ाद '
हिगनघाट जि वर्धा महाराष्ट्र
8329309229
0 टिप्पणियाँ