Motivational Shayari In Hindi
Shayari in Hindi | हिंदी में शायरी
ग़ज़ल
रोशनी में हुए तीरगी के शिकार।
हम हुए फिर तिरी मुख़बिरी के शिकार।
जो हुए हैं तिरी बेरुख़ी के शिकार।हो
गए लोग वो ख़ुदकुशी के शिकार।
गए लोग वो ख़ुदकुशी के शिकार।
दुश्मनों से न हारे जो जग में कभी।
वो हुए हैं यहाँ दोस्ती के शिकार।
Motivational Quotes
उनके अरमाँ न हो पाए पूरे कभी।
जो रहे मुस्तक़िल मुफ़लिसी के शिकार।
जो रहे मुस्तक़िल मुफ़लिसी के शिकार।
जिनको मरना है मर जाएँ फ़ैशन पे वो।
हम हुए आपकी सादगी के शिकार।
काम होश ओ ख़िरद से न ले पाए जो।
लोग वो ही हुए रहबरी के शिकार।
हमने देखा है दुनिया मेंअकसर फ़राज़।
कितने मुफ़लिस हुए बेबसीके शिकार।
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना
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