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जाम शायरी-पुरानी शराब शायरी-मयखाने शायरी-साकी और शराब शायरी

साक़ी और शराब शायरी | हिंदी शायरी लिखा हुआ

शराबी शायरी हिंदी-पुरानी शराब शायरी-जाम पर शायरी

हिंदी रोमांटिक शायरी लिखा हुआ-Hindi Shayari Lyrics

'गीत'
सौज़े ग़म मेरा ज़रा देर भुला दे साक़ी।
मुस्कराना मिरी आँखों को सिखा दे साक़ी।
सौज़े ग़म मेरा...
रुख़ से ज़ुल्फ़ों की ये चिल्मन तो हटा दे साक़ी।
जल्वा - ए - हुस्न मुझे अपना दिखा दे साक़ी।
सौज़े ग़म मेरा...
साक़ी और शराब रोमांटिक शायरी
बिन पिए कैसे रहूँगा ये बता दे साक़ी।
जाम ख़ाली है तो आँखों से पिला दे साक़ी।
सौज़े ग़म मेरा...
प्यास भड़की है मिरे दिल की बुझा दे साक़ी।
आज पैमाने पे पैमाना पिला दे साक़ी।
सौज़े ग़म मेरा...

Love Shayari

मैं हूँ दीवाना तिरा सब को बता दे साक़ी।
मुझ पे मयख़ाने का मयख़ाना लुटा दे साक़ी।
सौज़े ग़म मेरा...
अपनी दहलीज़ पे सर उसका झुका दे साक़ी।
छक्के वाई़ज़ के ज़रा देर छुड़ा दे साक़ी।
सौज़े ग़म मेरा...
रंग मेह़फ़िल मे नया फिर से जमा दे साक़ी।
जादू नैनो का मिरे दिल पे चला दे साक़ी।
सौज़े ग़म मेरा...
सरफ़राज़ हुसैन फ़राज़ पीपलसाना मुरादाबाद यू.पी.
साक़ी'' का अर्थ :
शराब परोसने वाला, शराब पिलाने वाला, मधुबाला, मद्यबाला, शराबघर की परिचारिका, Wine stewardess

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